Soil Health Card 2023: खेती करने से पहले किसान को उसके मिट्टी की गुणवत्ता के बारे में मालूम होना चाहिए। मिट्टी के गुणवत्ता की जांच करने के लिए सरकार ने स्वायल हेल्थ कार्ड योजना को शुरू किया है। यह एक महत्वपूर्ण योजना है जिसे 2015 में सरकार ने देश के सभी किसानों के खेत की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए शुरू किया था। सरकार का उद्देश्य इस योजना की प्रचलिता को बढ़ाना और देश के सभी किसानों को अपने मिट्टी की हर 3 साल पर जांच करवाने की आदत लगाना है।

इस योजना को पूरे देश भर के किसानों के लिए शुरू किया गया है। किसान अपने घर बैठे मोबाइल या लैपटॉप से इस योजना के लिए आवेदन कर सकता है और अपने खेत की मिट्टी की जांच करवा सकता है। मिट्टी की जांच करवाने से किसान को उसके खेत की गुणवत्ता के बारे में मालूम चलेगा साथ ही यह भी पता चलेगा कि कौन सी खेती उसके खेत पर ज्यादा बेहतर होगी। अगर आप किसान है और स्वायल हेल्थ कार्ड योजना के बारे में अधिक जानकारी पाना चाहते है तो हमारे लेख के साथ अंत तक बने रहे।
स्वायल हेल्थ कार्ड योजना 2023
इस योजना को साल 2015 में देश के सभी किसानों के खेत की गुणवत्ता की जांच के लिए शुरू किया गया था। इस योजना के तहत किसानों हर 3 साल में एक बार अपने खेत की मिट्टी का जांच करवा सकता है। मगर यह योजना पूरे देश भर में उचित मात्रा में प्रचलित नहीं है।
सरकार इस योजना की प्रचलिता बढ़ाना चाहती है और किसान को उसके मिट्टी की गुणवत्ता के बारे में उचित जानकारी देने का प्रयास कर रही है। किसान इस योजना के तहत मिट्टी के बारे में उचित तरीके से जान पाएगा और यह समझ पाएगा कि कौन सी फसल उसके खेत पर ज्यादा बेहतर होने वाली है।
Soil Health Card 2023 संक्षिप्त विवरण
योजना का नाम | सॉइल हेल्थ कार्ड योजना (Soil Health Card) |
किसकी योजना है | केंद्र सरकार की। |
कब शुरू हुई | 2015 |
उद्देश्य | मिटटी की जाँच कर किसानों को लाभ पहुँचाना |
संबधित विभाग | कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार |
वर्तमान साल | 2023 |
ऑफिसियल वेबसाइट | soilhealth.dac.gov.in |
स्वायल हेल्थ कार्ड योजना के तथ्य
अगर आप इस महत्वपूर्ण योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करते है तो आपको कुछ आवश्यक तथ्यों को ध्यान पूर्वक पढ़ना होगा जिसे नीचे सूचीबद्ध किया गया है –
- इस योजना के लिए किसान को ऑनलाइन आवेदन करना है उसके बाद कृषि विशेषज्ञ के कुछ लोग आकर मिट्टी की जांच करेंगे।
- इस योजना के तहत अपनी मिट्टी की जांच करने के लिए 3 साल में एक बार आवेदन कर सकते है।
- जांच करवाने के बाद आपको एक हेल्थ कार्ड दिया जाएगा जो बताएगा कि आपके खेत की मिट्टी कैसी है।
- इस योजना के तहत किसान को किसी भी तरह का पैसा नहीं मिलने वाला है।
- आपको यह भी पता होना चाहिए कि सरकार इस योजना के तहत किसान के मिट्टी की जांच करने के लिए 568 करोड का बजट बनाया है।
स्वायल हेल्थ कार्ड योजना का उद्देश्य
अगर आप इस महत्वपूर्ण योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करते है, तो आपको इस योजना के उद्देश्य के बारे में भी सटीक जानकारी होनी चाहिए।
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसान की फसल की गुणवत्ता को बढ़ाना है।
- इस योजना के तहत किसान ऑनलाइन अपने खेत की मिट्टी के बारे में समझ पाएगा और कौन सी फसल से उससे अधिक फायदा होने वाला है वह यह भी जान पाएगा।
- इस योजना का उद्देश्य किसानों को उनकी खेती के बारे में जागरूक करने का है।
स्वायल हेल्थ कार्ड योजना का लाभ
फसलों का यह हेल्थ कार्ड आपको बताएगा कि आप अपने फसल में किस तरह अधिक मुनाफा कमा सकते हैं –
- किसान इस योजना की मदद से अपने खेत की जमीन की गुणवत्ता को चेक कर सकता है।
- इस योजना की मदद से किसान समझ सकता है कि उसके खेत में कौन सी फसल ज्यादा बेहतर होगी।
- इस योजना की मदद से किसान को खेती और मिट्टी के बारे में और जागरूकता प्राप्त हो सकती है।
- इस योजना की मदद से किसान अपनी जमीन की फसल को ज्यादा बेहतर त्यार कर सकता है।
इस योजना से आपको क्या पता चलेगा?
अगर किसान सोयल हेल्थ कार्ड के लिए आवेदन करता है तो सरकार की तरफ से उसे अपने खेत से जुड़ी कुछ अन्य आवश्यक जानकारियों के बारे में भी पता चलेगा जिसे नीचे सूचीबद्ध किया गया है –
- मिट्टी की सेहत
- किसान के मिट्टी में पोषक तत्व की कमी या उत्पत्ति
- खेत में पानी की मात्रा या मिट्टी में मौजूद नमी
- खेत की उत्पादक क्षमता
- अन्य उपस्थित पोषक तत्व
इस तरह की कुछ आवश्यक जानकारियों को पता करने के बाद किसान ना अच्छे से यह निश्चित कर पाएगा कि उसे कौन सी फसल उगाने है और किस तरह की फसल उसके लिए लाभदायक है।
स्वायल हेल्थ कार्ड योजना में आवेदन कैसे करें
अगर आप इस महत्वपूर्ण योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करना चाहते है तो आपको नीचे दिए गए निर्देशों का आदेश अनुसार पालन करना होगा –
Step 1 – सबसे पहले आपको सॉइल हेल्थ कार्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।
Step 2 – इस वेबसाइट पर आपको लॉगइन का विकल्प दिखेगा जिस पर क्लिक करना है और अपने राज्य का चयन करना है।
Step 3 – अगर आप इस वेबसाइट पर पहली बाहर जा रहे हैं तो रजिस्ट्रेशन के विकल्प पर क्लिक करना है और आपके समक्ष एक नया फॉर्म खुलेगा जिसे ध्यानपूर्वक भरना है।
Step 4 – रजिस्ट्रेशन के बाद आपको आधिकारिक वेबसाइट से Farmer Corner के विकल्प को चुनना है। वहां आप अपने खेत के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दर्ज करेंगे।
फार्मर कॉर्नर में आपके द्वारा दी गई जानकारियों के आधार पर विशेषज्ञ आपके खेत आएंगे और आपके खेत की मिट्टी को ले जाएंगे जांच करने के पश्चात आपको इसका एक हेल्थ कार्ड दे दिया जाएगा।
आप अपने खेत की मिट्टी की जानकारी आधिकारिक वेबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं इसके लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है। आप फॉर्म भरते वक्त अपना जो मोबाइल नंबर देंगे उस पर आपके मिट्टी की जानकारी भेज दी जाएगी इसके अलावा ऑनलाइन वेबसाइट से आप स्वायल हेल्थ कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।
स्वायल हेल्थ कार्ड योजना में किसी प्रकार की परेशानी आने पर क्या करें
अगर अपने स्वायल हेल्थ कार्ड के लिए आवेदन किया है और आपको किसी प्रकार की परेशानी आती है तो इस योजना से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों का कांटेक्ट नंबर दिया गया है जिनसे अब सीधा संपर्क कर सकते है और अपने खेत की मिट्टी की पूरी जानकारी विस्तार पूर्वक प्राप्त कर सकते है।
Helpline Number – 011-24305591
Email – [email protected]
अगर इस योजना से जुड़ी किसी भी प्रकार की परेशानी है तो आप इस हेल्पलाइन नंबर और ईमेल आईडी पर अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी संपर्क कर सकते है। सरकार की तरफ से 24 घंटा यह संपर्क माध्यम सक्रिय है और आपको हर तरह की जानकारी दे सकता है।
FAQ
स्वायल हेल्थ कार्ड योजना के लिए कौन आवेदन कर सकता है?
कोई भी किसान जिसे अपने खेत की मिट्टी की गुणवत्ता के बारे में पता करना हो वह इसके लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकता है।
स्वायल हेल्थ कार्ड योजना का लाभ क्या है?
सरकार के द्वारा शुरू किए गए इस योजना की मदद से आप अपने खेत की मिट्टी के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते है।
स्वायल हेल्थ कार्ड योजना के लिए कैसे आवेदन करें?
आप सरकार के द्वारा शुरू किए गए इस महत्वपूर्ण योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। इसके लिए आपको इस योजना के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरना है और अपना अकाउंट बनाना है।